don shayari – आज आप सभी के लिए don shayari लेकर आए हैं ये latest collection है
आप सभी इन शायरी को अपने whatsapp status पे लगा कर अच्छा impression बना सकते हैं
ये don shayari के द्वारा अपना attitude भी दिखा सकते हैं सभी को
don shayari
मैं डॉन हूँ किसी गरीब को सताता नहीं हूँ,
गलत करने वालों को उनकी औकात बताता हूँ..!!
दुनिया दारी की चादर ओढ़ के बैठे हैं,
पर जिस दिन दिमाग सटका ना तो इतिहास भी बदल देंगे..!!
प्यार से जो बात करे उसका सम्मान है,
वरना इस शहर के हम असली डॉन है..!!
मैं बंदूक और गिटार दोनों चलाना जानता हूं,
तय तुम्हे करना है की आप कौन सी धुन पर नाचोगे..!!
हम नहीं सुनते एक शब्द अपनी शान के खिलाफ,
क्या तुम्हें पता है? कौन है इस डॉन के खिलाफ..!!
भाड़ में जाये लोग और लोगो की बातें,
हम वैसे ही जियेंगे, जैसे हम है चाहते..!!
लोग डरते है मेरी पहचान से,
कौन पंगा लेगा इस डॉन से..!!
मैं वह डॉन हूँ जो दिलों पर राज करता है,
ये अलग बात है कि हर कोई मुझसे डरता है..!!
बस इतनी सी बात पर हमारा परिचय तमाम होता है,
हम उस रास्ते नही जाते जो रास्ता आम होता है..!!
मैं इस शहर का इकलौता डॉन हूँ,
बेटा मैं तुम्हारे बाप के समान हूँ..!!
बेटा तू जो कुत्ते की तरह भोकता है,
तुझे सच मे कुत्ता न बना दिया तो कहना..!!
तेरी Ego तो 2 दिन की कहानी है,
But मेरी अक्कड़ तो खानदानी है..!!
मैं कभी उनसे बात नही करता,
जो सबसे बात करते है..!!
जब तक शांत हूं शोर कर लो,
जब मेरा वक्त आएगा तो सांस भी नहीं ले पाओगे..!!
यदि सहन करने की हिम्मत रखता हूँ तो,
तबाह करने का हौसला भी रखता हूं!
शेर के पाँव में काँटा चुभ जाए तो,
उसका ये मतलब नहीं की अब कुत्ते राज करेंगे!
दौलत तो विरासत में मिलती है,
लेकिन पहचान अपने दम पर बनानी पड़ती है..!!
हम भी दरिया है हमे अपना हुनर मालूम है,
जिस तरफ भी चल पडेंगे रास्ता हो जायेगा..!!
कुछ इस तरह बुनूंगा अपनी तकदीर के धागे,
अच्छे अच्छे को झुकना पड़ेगा मेरे आगे..!!
don shayari in hindi
अपनी शख्शियत की क्या मिसाल दूँ यारों,
ना जाने कितने मशहूर हो गये, मुझे बदनाम करते करते..!!
चर्चे उन्हीं के होते है,
जिनके मिजाज कुछ अलग से होते है..!!
जब काटने वाले भी चाटने लगे,
तो समझ जाना की वक़्त तुम्हरा है..!!
जो खानदानी रईस हैं वो, रखते हैं मिजाज़ नर्म अपना,
तुम्हारा लहजा बता रहा है तुम्हारी दौलत नई नई है..!!
तेरी दहाड़ से ज्यादा,
मेरी ख़ामोशी का खौफ है..!!
तेरी मोहब्बत को कभी खेल नही समजा,
वरना खेल तो इतने खेले है कि कभी हारे नही..!!
खौफ तो आवारा कुत्ते भी मचाते है,
पर दहशत हमेशा शेर की ही रहती है..!!
मैं वो खेल नहीं खेलता जिसमे जीतना फिक्स हो,
क्युकी जीतने का मज़ा तभी है जब हारने का रिस्क हो..!!
मंज़िल नहीं मुझे तो राह से मिलना है,
दुनिया के साथ किसे जीना है,
मुझे तो Attitude में जीकर शान से मरना है..!!
थूक के चाटने की आदत नही हमारी,
एक बार दिल से निकाल दिया,
फिर वापस आने की औकात नही तुम्हारी!
टक्कर की बात मत करो जिस दिन सामना होगा,
उस दिन हस्ती मिटा देंगे..!!
ना पेशी होगी, न गवाह होगा,
अब जो भी हमसे उलझेगा बस सीधा तबाह होगा..!!
शेर इस दिल का जब गुंजारेगा,
दुनिया में धड़कनें ठहरेंगी।
मैं एक ख़तरनाक ख़ासियत हूँ,
जिसे नफ़रत कहते हैं, मैं उसे मफ़िया कहता हूँ।
तेरे अंदाज़ में है वो नक़ाब,
उठा रखा है तूने अपनी ज़ुबान।
ये दोस्ती की अदा बड़ी रंगीन है,
जब तेरी आंखों में छुपा है मेरा दिल काला।
चेहरे की मुस्कान में छुपा है एक अरमान,
खुद को दिखाता हूँ दिलचस्प ये ताबीज़ तेरे नाम।
तेरे इश्क़ की आग में जलता हूँ रोज़,
मेरी शायरी में है इश्क़ और जुबान में है तीरे नाम।
don wali shayari
आदाब से उठती हैं आवाज़ मेरी,
देख लो दोस्तों, मैं हूँ शायरी का दुल्हा।
जब उठती है तोली इस शेर की,
तब जल जाती है इंटरनेट की दुल्हन।
नज़रों में मेरी दरिया बह जाएगा,
खौफनाक इस शायरी का तूफ़ान आएगा।
जब ये शेर सुनाऊंगा मैं तेरे लिए,
आँधी उठेगी और हर दीवार ढह जाएगी।
लफ़्ज़ों के आरम्भ में आग लगती है,
दिल मेरा आँधी बनकर बह जाती है।
नहीं चाहिए तुझे मेरी मोहब्बत,
अगर तेरे दिल में जुआ खेलने की है आदत।
इस शेर की चाल में दम है,
इन आँखों की चमक में कम है।
मेरी आदतों में जो तेरे लिए खतरा है,
वो खतरा है जो तूफानों से भी डरा है।
जब मेरे होंठों से निकलेंगे शब्द,
तो रुख़सत कर देना अपने आग़ोश में।
मैं शेर की लड़ाई में आया हूँ,
जीत या हार, ये अकेला तेरे आगे ही होगी।
दबंगई की आग मेरे अंदर है,
तेरे दिल को जलाने की वजह यहाँ है।
मेरा रौशनी सा एक गुनाह है,
जिसे नफ़रत कहते हैं, मैं उसे इश्क़ कहता हूँ।
अंदाज़ मेरे बात का हथौड़ा है,
जोश जबरदस्त इस आवाज़ का जहाँ है।
मैं एक मफ़िया हूँ, तेरे दिल का ख़तरा हूँ,
ध्यान से सुन, ये शेर एक चेतावनी है।
दिल में हमेशा आग जलती है,
तेरे दिल को जलाने का दर्द रखती हूँ।
मेरी शायरी का अंदाज़ ख़तरनाक है,
देखो दोस्तों, मैं तो माफिया की रानी हूँ।
जलजलाता हूँ मैं जैसे आग को,
अपनी आवाज़ से सारे शहर को।
इस शेर की आहट तेरे दिल में गूंजेगी,
जब मैं रास्ते पे उतरूंगा, बंदूक लेकर।
don ki shayari
ख़ामोशी से देखता हूँ तेरे दिल की भीड़ को,
दिखते हैं सब मुझे, मगर मेरी परवाह नहीं।
दर्द-ए-जुदाई में तेरे तसल्ली की कोई बात नहीं,
मेरी दुनिया में तो तू खुद ही बेख़बर है।
अपनी बदलती आदतों को तू रोक नहीं सकता,
ज़िंदगी में मुझे छोड़कर जा, तेरा कोई अहमियत नहीं।
दुनिया में अपनी अलग ख़ासियत है मेरी,
मैं इश्क़ के ज़माने में भी ख़ामोश हूँ, तुझे इतनी चिंता नहीं।
गुस्ताख़ी तो थी तेरी ज़िंदगी में,
और हम बन गए हैं तेरे अज़ाब बन के।
दिल का हर रास्ता तोड़ दिया तूने,
अब दिखाए तेरे सामरिक दम को देख।
हम ग़म से बेहरा होकर भी मुस्करा जाते हैं,
तेरे सामने खड़े होकर भी तुझे निगला देंगे।
खूनी नजरों से तेरी तबाही की गवाही लेंगे,
हम शेर नहीं, मगर तेरी रुबाई लिख देंगे।
आग सी जलती है हमारी नज़रों में,
अब तुझे खुद को खाक में मिला देंगे।
नाम उनका लिए जाता है जहर का,
और वादा किया है उन्होंने अँधेर का।
इत्मीनान जो था, बेखौफ़ जो था,
आज तेरे लिए बचा हुआ अँधेरा बन गया।
दिल में इरादे कायम रख,
हम तेरे सिर पर ताज़ रखेंगे।
तेरे इश्क़ की जरूरत नहीं, मुझे तेरे वादों से,
जितनी जल्दी तू भूल जाता है,
उतनी जल्दी मैं बेलगाम हो जाता हूँ।
जिस दिन तेरे धोखे का गम बह जायेगा,
मैं तेरे बदले में एक स्माइल बहा दूंगा।
don Shayari Hindi
उठा के मुझे तूने मेरे ख़्वाबों से बदला,
अब मैं तेरे ख़्वाबों में आया हूँ रौशनी बिखेरने।
दिल में जलती है दरिया बदली और चमकती है शाम,
ये शायरी मेरे अंदर बसी गुज़री हुई रातों के आवारा नाम।
ना खुद को मानता हूँ ना तुझे अपना मानता हूँ,
मैं एक शायर हूँ, जो ज़िंदगी में हर वक़्त वजने का अदां लेता हूँ।
तेरे आगे हाथ जोड़ता हूँ नहीं दुआ के लिए,
बस मजबूरी में ये जुबां तेरे इश्क़ की गुलामी करती है।
चले आये हैं हम इश्क़ की इंतेहा करने,
दिल में चुभता है आग, ज़ख़्म बनकर सहने।
तेरे इश्क़ का मैं बदला लूँगा सबसे,
अपनी शायरी में है ज़हर और जुबान में तेरे नाम।
तू ख़ुद तो ताबीज़ है, पर जहाँ तक नज़र जाए,
हर किसी को बंद करके रखे हैं तेरी वफ़ाएँ।
जुबां की ताकत से लड़ता हूँ मैं इश्क़ की जंग,
मेरी शायरी में है तूफ़ान और तेरे नाम।
आज फिर से ख़ौफ़ जगा है दिल में,
अब नहीं सह सकता मैं तेरे खिलाफ़ ये सियाही।
तेरे इश्क़ की बारिश में भीगा हूँ आज फिर,
इस शायरी की दुनिया में है मेरी नादानी,
और तेरी आग और ख़ामोशी का वारीस्ता।
तेरे आगे जो कुछ भी था,
सब उसका हुनर छोड़ आया।
उड़ा दिया तेरे ख्वाबों को,
मैं हूँ दोस्त, अब तेरा दुश्मन बन आया।
तेरी आँखों में नाकाब है,
मेरी रातों का आलम है।
तू धोकेबाज दोस्त था,
अब मैं हूँ तेरे ग़म का राम है।
जब से तूने टूटा है मेरा भरोसा,
उस दिन से मैंने पहन लिया है इमामा।
अब तू बन गया है मेरी नफ़रत का वजीर,
जलता रहे तू शम्मा शम्मा।
तेरी धुलाई का नशा है इतना,
जैसे चिढ़ा हुआ हूँ मैं देवदार।
अब चुकाएगा मैंने तुझे तेरे खिलाफ़,
इस गली में बस मैं हूँ तेरा अकबर।
don attitude shayari
तेरी चाल में बात है,
तेरी शान में जवां हूँ।
चुकाएगा तेरे खिलाफ़ मैं धार,
तेरी नफ़रत में भी अभिमान हूँ।
ज़माना तेरे ख़िलाफ़ है,
लेकिन मैं हूँ तेरी अदालत।
दुश्मनों को धुल चटाऊंगा मैं,
अपनी राज़ तक तेरे दरबार में संभालत।
ख़तरनाक है मेरा अंदाज़,
चीढ़ देता हूँ मैं तेरे दिल को तेज़।
अब बन गया है तेरे ख़िलाफ़ मैं वारी,
जानलेवा है मेरी ये गहरी आँखें लाल हैं।
तेरे लिए अभी और मौत बाकी है,
मैं तो अपने ख़यालों की ग़ज़ल हूँ।
तुझे तो अभी समझ में नहीं आया,
मैं नहीं हूँ वो ज़िन्दा लाश हूँ।
तेरी अदाओं में छुपी है जहरीली चाल,
बन गया हूँ मैं अपने दिल का आख़री तलवार।
तुझे नहीं पता है मेरे अंदर की आग,
मैं हूँ वो मशहूर मुख़ाबला बाज़ ग़ली का शेर।
तेरी खुदाई भी मैं ही करूंगा,
तेरी दुनिया में मैं ही ख़ानदानी हूँ।
मैंने तोड़ दिए हैं तेरे सपने,
जब तेरे नाम से डरावनी कहानी सुनानी हूँ।
जितना तुझे इश्क़ होता है,
उतना मुझे फ़िक्र है नहीं,
जब तक इस बात का अहसास नहीं,
मुझे फ़र्क है नहीं।
जिसे अहमियत तुम देते हो,
उसे तो वक्त तक याद रहेगी,
मेरी तो धांसू आदत है,
इंतज़ार करने की, वो तो नादान है नहीं।
तेरी जुबान से निकली बातों का कोई असर नहीं,
मेरी अपनी दुनिया है, तेरी ख़बर नहीं।
दुश्मनी तो करते रहो, मुझे तो फ़र्क नहीं पड़ता,
मेरी बदली औकात तो तुझे ही समझनी पड़ेगी।
जब तक हमारी ताक़त साथ है,
तेरी तानाशाही की रात लंबी है।
ज़बरदस्ती नहीं, ये अवसर है तेरा,
जो तू खो दे, हम ले जाएंगे वो इकरार है।
shayari don wali
तु क्या हमारी बराबरी करेगी पगली,
हमारी तो नींद में खींची हुई फ़ोटो
भी लोगों की लिए पोज़ बन जाती है
जिनकी नज़रों में हम अच्छे नही,
वो अपनी आँखो का इलाज करवाये.
जो मेरे मुक्कदर में है वो खुद चल कर आएगा,
जो नहीं है उसे अपना खौफ लाएगा !
ज़िन्दगी अपने हिसाब से जीनी चाहिए,
औरो के कहने पर तो शेर भी सरकस में नाचते हैं.
लोग पूछते हैं
इतने गम में भी खुश क्युँ हो?
मैने कहा दुनिया साथ दे न दे
मेरे दोस्त तो साथ हैं
हम मोहब्बत से मोहब्बत फैलाते हैं साहब,
नफरत के लिए हमारे पास फुर्सत नहीं है
बुरे काम हम करते नही
और किसी के बाप से डरते नही
अपनी कमजोरी का जिक्र कभी ना करना,
क्यूंकि लोग कटी पतंग को जमके लूटते है
मुझे चाहने वालों की तादात बढती जा रही है,
मुझसे नफरत करने वालों, दुआओं मे थोड़ा असर लाओ
दिल तो आशिको के पास होता है
हम तो बादशाह लोग हैं जिगरा रखते हैं
अजीब सा ख़ौफ़ था उस शेर की आँखों में,
जिसने जंगल में हमारे जूतों के निशान देखे थे
अगर लोग आपको नीचे गिराना चाहते हैं,
तो इसका मतलब आप उनसे ऊपर हैं
जिनमें अकेले चलने का हौसला होता है,
उनके पीछे एक दिन क़ाफ़िला होता है
इतना अमीर नहीं हूँ कि सब कुछ खरीद लूँ,
लेकिन इतना गरीब भी नहीं हूँ कि खुद बिक जाऊं
जीत हासिल करनी हो तो क़ाबिलियत बढ़ाओ,
क़िस्मत की रोटी तो कुत्तों को भी मिला करती है
मुक़ाम वो चाहिए कि जिस दिन हारु,
उस दिन जीतने वाले से ज़्यादा चर्चे मेरी हार के हों
हम ATTITUDE वही दिखाते हैं
जहाँ लोग अपनी औकात दिखाते हैं
मेरा विरोध करना आसान है,
पर विरोधी बनना संभव नहीं
I don t care Shayari
तेरी आँखों में जलती है चिंगारी,
ज़िंदगी की ये कहानी है बेख़ुदी की तमाशा।
जुबान के तीरों से छेड़ा हूँ मैं तेरे दिल को,
मेरी शायरी है आग,
मेरे जज़्बात की उर्दू-हिंदी की बरखास्ता।
खामोश बातें हैं ये तेरी ज़ुबान की कहानी,
मेरे दिल का मालिक बन गयी तू रानी।
शायरी में है ख़तरा और ग़मंज़ा है रास्ता,
मैं तेरी आवाज़ हूँ, मेरे अल्फ़ाज़ हैं
तेरे इश्क़ की ज़ंजीरों का ज़ालिम नाम।
आग जलती है दिल में, इश्क़ की राहों में,
दर्द की नगरी से हैं ये शेर निकले जो गहराई से।
जुबान की आग में जलते हैं रंग तेरे आशिक़ों के,
मेरी शायरी की बौछार में है दरिया, और तेरी नाम।
मेरा Attitude तो मेरी निशानी है,
तू बता तुझे कोई परेशानी है?
अपनी एन्ट्री शेर जैसी
शोर कम खौफ ज्यादा
जो शौक सब पालते हैं
वो हम नहीं पालते
और जो शौक हम पालते हैं
वो सबके बस की बात नहीं I
अक्सर जल जाते हैं मेरे अंदाज़ से मेरे दुश्मन,
क्योंकि एक मुद्दत से मैंने न दोस्त बदले न मोहब्बत
सुन बे मेरी एक ही आदत है,
मैं मस्ती में चूर रहता हूं,
और लड़कियों से दूर रहता हूं।
एक दिन भी न निभा सकेंगे वो मेरा किरदार,
वो जो लोग मुझे मशवरे देतें हैं हजार
नाम और पहचान चाहे छोटी हो
पर अपने दम पर होनी चाहिए।
आजकल लहजों को थोड़ा आसान रखता हूँ,
दोस्त हो या दुश्मन सब हिसाब रखता हूँ
हम तो एक समंदर है,
हमे खामोश रहने दे,
जरा जो लहर गये तो शहर डुबो देंगे
हमें वही चीज़ पसंद आती है
जो आसानी से नहीं मिलती है
घड़ी के गुलाम वो होते हैं
जो दूसरों के लिए काम करते हैं।
attitude shayari don
जिसको जो कहना है कहने दो, अपना क्या जाता है,
ये वक्त वक्त की बात है, और वक्त सबका आता है
खौफ तो आवारा कुत्ते भी मचाते हैं
पर दहशत हमेशा शेर की ही रहती है
अपनी अकड़ बनाने से पहले
हर चीज़ों पर पकड़ बनाना बहुत जरुरी है।
वापस आ गए हैं
अब भौकाल मचाएंगे
बेटा जितना तूने सोच रखा है
उससे भी आगे जाएंगे
कोशिश तो सबकी जारी है
वक़्त बताएगा कौन किस पर भारी है।
हम खामोश क्या हुए,
तुम्हे लगने लगा राज तुम्हारा होगा,
थोड़ा इंतज़ार तो कर जान
राज हमारा ही होगा
जो मेरे मुक्कदर में है वो खुद चल कर आएगा,
जो नहीं है उसे अपना खौफ लाएगा
ज़िन्दगी अपने हिसाब से जीनी चाहिए,
औरो के कहने पर तो शेर भी सर्कस में नाचते हैं
अपनी बातें रखने की हिम्मत रखता हूँ,
शायद इसीलिए रिश्ते थोड़े कम रखता हूँ
जबसे हम लोगो के असली
रंग पहचानने लगे हैं,
तब से लोग हमें अपना दुश्मन
मानने लगे हैं
आग तो हमारे अंदाज में हैं,
माचिस को तो लोग यूँ ही
बदनाम करते हैं।
समन्दर की तरह जीता हूँ,
ऊपर से शांत रहता हूँ,
अंदर तूफ़ान रखता हूँ।
हमारी कमियां भी हमें ख़ास लगती हैं,
क्योंकि दिखावों का बकवास नहीं करते।
हमसे दुश्मनी तेरा एक ख्वाब है
अभी तेरी औकात नही
ये मेरा जवाब है
जहाँ हतोड़ा चलना चाहिए,
वहाँ हाथ थोड़ी चलेगा,
अकेला ही ठीक हूँ,
शेर अब कुत्तों के बीच थोड़ी चलेगा
सुन छोरी इतनी आसानी से में तुझे नहीं मिलने वाला,
मेरी माँ कहती है बेटा लाखों में एक है तू
तुम लौट कर आने की तकलीफ मत करना,
हम एक मोहब्बत दो बार नहीं करते
एक वही तो रंग पसंद है मुझे
जो मुझे सामने देखकर,
तेरा उड़ता है
i don t care shayari in hindi
हमको मिटा सके ये ज़माने में दम नहीं,
हमसे ज़माना है ज़माने से हम नहीं
मैं वो खेल नहीं खेलता जिसमे जीतना फिक्स हो,
क्युकी जीतने का मज़ा तभी है जब हारने का रिस्क हो
घायल शेर की साँसे उसकी
दहाड़ से भी ज्यादा खतरनाक होती है
टक्कर की बात मत करो जिस दिन सामना होगा,
उस दिन हस्ती मिटा देंगे
टाइम आने दो मेरा,
दुनिया हिला दूँगा,
जो जलते है मुझसे
उन्हें फट से बुझा दूँगा
ना पेशी होगी, न गवाह होगा,
अब जो भी हमसे उलझेगा बस सीधा तबाह होगा.
दुनिया खामोशी भी सुनती हैं,
लेकिन पहले धूम मचानी पड़ती हैं
मत लो मेरे सब्र के बाँध का इम्तेहान,
जब जब ये टुटा है, तूफ़ान ही आया है
शरीफ तो हम बचपन से थे पर क्या करें,
दिल तोड़ना लड़कियों ने सिखाया
तो हड्डिया तोड़ना यारों ने सिखाया
नही जानते तो जान जाओगे,
बहुत बुरा हूँ मैं,
वक़्त आने पर पहचान जाओगे
तुम जिस पतंग पर घमंड करते हो
उसकी डोर मेरे हाथ में है।
मेरी दहशत से ज़माना वाकिफ़ है कि
शेर की दहशत कभी कमज़ोर नहीं होती।
जंग लगी तलवारो पर अब धार लगानी होगी,
कुछ लोग औकात भूल गए अपनी
शायद उन्हें याद दिलानी होगी.
हमको जंजीरो में कैद करने का सपना मत देख,
क्युंकि हम वो आदमखोर शेर हैं,
जिसका भी शिकार करतें हैं,
उसका जिस्म तो क्या रूह भी दम तोड़ देती हैं
लोग वाकिफ हैं, मेरी आदतो से,
रूतबा कम ही सही पर लाजवाब रखता हूँ
अगर हमसे मिलना हो तो ज़्यादा गहरे पानी मे आना,
बेशकीमती ख़ज़ाने कभी किनारे पर नहीं मिला करते
जिनके मिज़ाज़ दुनिया से अलग होते है ,
महफ़िलो में चर्चे उनके गज़ब होते है !
खामोश हु बेज़ुबान नही,
शिकारी हु किसी का शिकार नहीं.
don t love shayari
शराफत की दुनिआ का किस्सा ही खत्म
अब जैसी दुनिया वैसे हम.
परख न सकोगे ऐसी शख़्सियत है मेरी,
में उन्ही के लिए हूँ जो जाने क़दर मेरी.
बुरे हैं हम तभी तो जी रहे हैं,
अच्छे होते दुनिया जीने नहीं देती
शकल देखकर,
कमजोर समझने की गलती मत कर,
क्योंकि ताकत खून में नही
जुनून में होता है
विरासत से तय नही होते
किस्मत के फैसले,
ये तो उड़ान बतायेगी
आसमान किसका है
बरसात के मकोड़े हमें यही सिखाते हैं कि,
जिन लोगों के ‘ पंख ‘ लग जाते हैं,
वो बस कुछ ही दिन के मेहमान होते हैं
मुझसे जलने वाले जल जल के काले हो गए,
मुझपे मरती उनकी बहने वो मेरे साले हो गए
इतना Attitude मत दिखा पगली
मेरे फोन की बैटरी भी तुझसे ज्यादा हॉट है
वो मुझे ज़िन्दगी जीने का तरीका बता रहे है,
जिनकी औकात मेरे Attitude के बराबर भी नहीं
Don shayari attitude
डॉन बन के चला, बाज़ार में हलचल मचा दी,
राहों में रहा अपना स्वैग, शहर में चर्चा बना दी।
दुनिया की हर राह में, डॉन का ही अंदाज़ है,
जब से आया हूँ, सबको अपना वक्त बर्बाद है।
डॉन बन के आया हूँ, शहर में मचाया है तहलका,
जो भी ठाने में आया, सबको कर दिया है हैरतवाक।
शैतानी मुझमें है, फिर भी हूँ मेहरबान,
डॉन की तरह रहना है, बन्दूकों के साथ में शान।
डॉन बन के आया हूँ, दुनिया को हिला दिया,
जो भी रुका मेरे सामने, सबको बचा लिया।
LATEST IMAGES और SHAYARI पाने के लिए हमारे FACEBOOK PAGE को LIKE करे. अगर आपको don shayari | 650+ डॉन शायरी इन हिन्दी, पसंद आये तो इसे अपनी प्रियजनों को शेयर करे. और हमें COMMENT BOX में COMMENT करके