Death shayari | 550+ मौत की शायरी हिन्दी मे

death shayari – आज आप सभी के लिए death shayari in hindi मे लेकर आए है

दोस्तो घर मे कभी भी किसी की मौत होती हैं बहुत बुरा लगता हैं क्योकि जिसको भी हम खोते हैं उसका महत्व सिर्फ घर वाले ओर परिवार वाले ही समझते हैं

लेकिन दोस्तो प्रकृति का ये नियम है जो भी आया हैं उसको एक दिन जाना भी होता हैं

Alone sad shayari in English | 200+ AloneLife depression sad shayari लाइफ से जुड़ी समस्या की शायरी

death shayari

जिन्दगी कशमकश-ए-इश्क के आगाज का नाम,
मौत अंजाम इसी दर्द के अफसाने का।

एक दिन हम भी कफ़न ओढ़ जायेंगे,
सब रिश्ते इस जमीन के तोड़ जायेंगे,
जितना जी चाहे सता लो मुझको,
एक दिन रोता हुआ सबको छोड़ जायेंगे।

यूँ तो हादसों में गुजरी है हमारी ज़िन्दगी,
हादसा ये भी कम नहीं कि हमें मौत न मिली।

वादे तो हजारों किये थे उसने मुझसे,
काश एक वादा ही उसने निभाया होता,
मौत का किसको पता कि कब आएगी,
पर काश उसने ज़िन्दा जलाया न होता।

तमाम उम्र जो हमसे बेरुखी की सबने,
कफ़न में हम भी अजीज़ों से मुँह छुपा के चले।

लम्बी उम्र की दुआ मेरे लिए न माँग,
ऐसा न हो कि तुम भी छोड़ दो और मौत भी न आये।

अब मौत से कह दो कि नाराजगी खत्म कर ले,
वो बदल गया है जिसके लिए हम ज़िंदा थे​।

बादे-फना फिजूल है नामोनिशां की फिक्र,
जब हम नहीं रहे तो रहेगा मज़ार क्या?

अब तो घबरा के ये कहते हैं कि मर जायेंगे,
मर के भी चैन न पाया तो किधर जायेंगे।

आँख की ये एक हसरत थी कि बस पूरी हुई,
आँसुओं में भीग जाने की हवस पूरी हुई,
आ रही है जिस्म की दीवार गिरने की सदा,
एक अजब ख्वाहिश थी जो अबके बरस पूरी हुई।

मौत-ओ-हस्ती की कशमकश में कटी उम्र तमाम,
गम ने जीने न दिया शौक ने मरने न दिया।

वादा करके और भी आफ़त में डाला आपने,
ज़िन्दगी मुश्किल थी अब मरना भी मुश्किल हो गया।

प्यार में सब कुछ भुलाए बैठे हैं,
चिराग यादों के जलाये बैठे है,
हम तो मरेंगे उनकी ही बाहों में,
ये मौत से शर्त लगाये बैठे हैं।

death shayari in hindi

नहीं ज़रूर कि मर जाएँ जाँ-निसार तेरे
यही है मौत कि जीना हराम हो जाए।

मृत्यु जीवन का विपरीत नहीं है,
बल्कि इसका एक हिस्सा है।

साज़-ए-दिल को महकाया इश्क़ ने,
मौत को ले कर जवानी आ गई।

वफ़ा सीखनी है तो मौत से सीखो,
जो एक बार अपना बना ले फिर किसी का होने नहीं देती।

जहर पीने से कहाँ मौत आती है,
मर्जी खुदा की भी चाहिए मौत के लिए।

मेरी ज़िन्दगी तो गुजरी तेरे हिज्र के सहारे,
मेरी मौत को भी प्यारे कोई चाहिए बहाना।

अंदर से तो कब के मर चुके है हम
ए मौत तू भी आजा लोग सबूत मांगते हैं।

अब मौत से कह दो कि नाराज़गी खत्म कर ले,
वो बदल गया है जिसके लिए हम ज़िंदा थे​।

उसकी नजरों के सामने मेरी मौत हो ऐ खुदा,
और मुझे छूने का हक बस सिर्फ उसे ना हो।

ए मौत, जरा पहले आना गरीब के घर,
‘कफ़न’ का खर्च दवाओं में निकल जाता है।

मौत उसी की चौखट पर हो ऐ खुदा,
सज़दा सिर्फ़ उसके सिवा हो ना कहीं।

थक गई मेरी जिन्दगी भी लोगो के जवाब देते
अब कही मेरी मौत न लोगो का सवाल बन जाऐ।

तमाम उम्र जो हमसे बेरुखी की सबने,
कफ़न में हम भी अजीज़ों से मुँह छुपा के चले।

मौत कभी भी आ सकती हैं,
इसका कोई वक़्त नहीं।

जाने वाले कभी नहीं आते
जाने वालों की याद आती है।

तसव्वुर में न जाने कातिबे-तकदीर क्या था,
मेरा अंजाम लिखा है मेरे आगाज से पहले।

तमाम गिले-शिकवे भुला कर सोया करो यारो,
सुना है मौत किसी को कोई मौका नहीं देती।

शहादत कुछ ख़त्म नहीं करती,
ये एक महज़ शुरुआत है।

sad death shayari

बहर-ए-ग़म से पार होने के लिए
मौत को साहिल बनाया जाएगा।

ओढ़ कर मिट्टी की चादर बेनिशान हो जायेंगे,
एक दिन आएगा हम भी दास्ताँ हो जायेंगे।

ज़िंदगी तेरे पहलू में गुज़रने को यूँ बेताब थी,
कमबख़्त नादानी में मौत को गले लगा बैठी।

अगर रुक जाये मेरी धड़कन तो मौत न समझना,
कई बार ऐसा हुआ है उसे याद करते करते।

इस मरहले को भी मौत ही कहते हैं,
जहाँ एक पल में टूट जाये उम्र भर का साथ।

ज़िंदगी बैठी थी अपने हुस्न पे फूली हुई,
मौत ने आते ही सारा रंग फीका कर दिया।

ज़िंदा लाशो की भीड़ है चारो तरफ,
मौत से भी बड़ा हादसा है ज़िन्दगी।

तुम मुझसे पहले न मरना ऐ सनम,
मुझे तुम्हे अपनी मौत का दर्द देना है।

मैं बिना किसी निशान के
मरना नहीं चाहता।

वादा करके और भी आफ़त में डाला आपने,
ज़िन्दगी मुश्किल थी अब मरना भी मुश्किल हो गया।

मौत से क्यों इतनी दहशत जान क्यों इतनी अजीज,
मौत आने के लिए है, जान जाने के लिए है।

सुलगती जिन्दगी से मौत आ जाये तो बेहतर है
अब हमसे दिल के अरमानों का मातम नही होता।

ऐ मौत तुझे भी गले लगा लूँगा जरा ठहर,
अभी है आरज़ू सनम से लिपट जाने की।

ढूढ़ोगे कहाँ मुझको मेरा पता लेते जाओ,
एक कब्र नई होगी एक जलता दिया होगा।

मौत का भी इलाज हो शायद
ज़िंदगी का कोई इलाज नहीं।

death shayari hindi

मेरी ज़िन्दगी तो गुजरी तेरे हिज्र के सहारे,
मेरी मौत को भी कोई बहाना चाहिए।

कोई नहीं आएगा मेरी जिदंगी में तुम्हारे सिवा,
बस एक मौत ही है जिसका मैं वादा नहीं करता।

मौत की हिम्मत कहां थी मुझसे टकराने की,
कमबख्त ने मोहब्बत को मेरी सुपारी दे डाली।

तुम आओ और कभी दस्तक तो दो इस दिल पर
प्यार उम्मीद से कम हो तो सज़ा-ऐ-मौत दे देना।

जिन्दगी जख्मो से भरी है वक्त को मरहम बनाना सीख लो,
हारना तो है एक दिन मौत से फिलहाल जिन्दगी जीना सीख लो।

मौत-ओ-हस्ती की कशमकश में कटी उम्र तमाम,
गम ने जीने न दिया शौक ने मरने न दिया।

दो गज़ ज़मीन सही मेरी मिल्कियत तो है,
ऐ मौत तूने मुझको ज़मींदार कर दिया।

लम्बी उम्र की दुआ मेरे लिए न माँग,
ऐसा न हो कि तुम भी छोड़ दो और मौत भी न आये।

चले आओ मुसाफिर आख़िरी साँसें बची हैं कुछ,
तुम्हारी दीद हो जाती तो खुल जातीं मेरे आँखें।

किससे महरूम-ए-किस्मत की शिकायत कीजे,
हमने चाहा था कि मर जायें सो वो भी नहीं हुआ।

मिल जाएँगे कुछ हमारी भी तारीफ़ करने वाले,
कोई हमारी मौत की अफवाह तो उड़ाओ यारों।

सबसे बड़ा नुकसान वह है
जो हमारे अंदर रहते हुए मर जाता है।

खबर सुनकर मरने की वो बोले रक़ीबों से,
खुदा बख्शे बहुत-सी खूबियां थीं मरने वाले में।

ज़िन्दगी इतनी भी मज़बूर नहीं ए दोस्त।
दिल से जियो तो मौत भी जीने की अदा बन जाती है।

love death shayari

मौत का इंतिज़ार बाक़ी है
आप का इंतिज़ार था न रहा।

कम से कम मौत से ऐसी मुझे उम्मीद नहीं
ज़िंदगी तू ने तो धोके पे दिया है धोका।

अपनी मौत भी क्या मौत होगी ऐ खुदा,
यू ही मर जायेंगे एक दिन तुम पर मरते-मरते।

कैद है कुछ ख़्वाब इन खुली आँखों में,
न जाने कब जागती रातो का सवेरा होगा।

तलब मौत की करना गुनाह है ज़माने में यारों,
मरने का शौक है तो मुहब्बत क्यों नहीं करते।

मृत्यु के लिए बहुत रास्ते है पर,
जन्म लेने के लिए केवल माँ है।

मौत से तो दुनिया मरती है,
आशिक तो प्यार से ही मर जाता है।

ना जाने मेरी मौत कैसी होगी,
पर ये तो तय है की तेरी बेवफाई से तो बेहतर होगी।

ऐ अज़ल तुझसे यह कैसी नादानी हुई,
फूल वो तोड़ा चमन भर में वीरानी हुई।

तुम समझते हो कि जीने की तलब है मुझको,
मैं तो इस आस में ज़िंदा हूँ कि मरना कब है।

न उढाओ ठोकरों में मेरी खाके-कब्र ज़ालिम,
येही एक रह गयी है मेरे प्यार की निशानी।

एक तरफ एक क़ातिल है एक तरफ एक हसीना है,
मै क़ातिल की तरफ गया, सोचकर की वो एक ही बार मौत देगा।

कितना दिल-फरेब होगा वो मेरी मौत का मंजर,
मुझे ठुकराने वाले मेरे लिए आँसू बहायेंगे।

ज़िंदगी इक सवाल है जिस का जवाब मौत है
मौत भी इक सवाल है जिस का जवाब कुछ नहीं।

किसी कहने वाले ने भी क्या खूब कहा है कि,
मेरी ज़िन्दगी इतनी प्यारी नहीं की मैं मौत से डरूं।

sad shayari death

ये इश्क़ बनाने वाले की मैं तारीफ करता हूं,
मौत भी हो जाती है और कातिल भी पकड़ा नही जाता।

मैं जो चाहूँ तो अभी तोड़ लूँ नाता तुम से,
पर मैं बुजदिल हूँ मुझे मौत से डर लगता है।

बला की चमक उस के चेहरे पे थी
मुझे क्या ख़बर थी कि मर जाएगा।

जो मौत से ना डरता था, बच्चों से डर गया,
एक रात जब खाली हाथ मजदूर घर गया।

कमाल है न जाने ये कैसा उनका प्यार का वादा है
चंद लम्हे की जिंदगी और नखरे मौत से भी ज्यादा हैं।

अच्छे लोगों को मरना चाहिए,
लेकिन मौत उनके नाम को नहीं मार सकती।

ज़िंदगी इक हादसा है और कैसा हादसा,
मौत से भी ख़त्म जिस का सिलसिला होता नहीं।

एक न एक दिन
हर एक को खाक में मिल जाना हैं।

हद तो ये है कि मौत भी तकती है दूर से,
उसको भी इंतजार मेरी खुदकुशी का है।

जहर के असरदार होने से कुछ नही होता साहब
खुदा भी राजी होना चाहिये मौत देने के लिये।

मौत एक जीवन को समाप्त करता है,
एक रिश्ते को नहीं।

मौत का नही खौफ मगर एक दुआ है रब से,
कि जब भी मरु तेरे होने का एहसास मेरे साथ मर जाये।

जरा चुपचाप तो बैठो कि दम आराम से निकले,
इधर हम हिचकी लेते हैं उधर तुम रोने लगते हो।

कोई मृत्यु नहीं है,
केवल संसार का परिवर्तन हैं।

सौ जिंदगी निसार करूँ ऐसी मौत पर,
यूं रोये ज़ार-ज़ार तू अहल-ए-अज़ा के साथ।

shayari on death in hindi

हाथ पढ़ने वाले ने तो परेशानी में डाल दिया मुझे
लकीरें देख कर बोला, तु मौत से नहीं, किसी की याद में मरेगा।

पैदा तो सभी मरने के लिये ही होते हैं
पर मौत ऐसी होनी चाहिए, जिस पर जमाना अफसोस करे।

मौत ख़ामोशी है चुप रहने से चुप लग जाएगी
ज़िंदगी आवाज़ है बातें करो बातें करो।

अच्छाई अपनी जिन्दगी, जी लेती हैं,
बुराई अपनी मौत, खुद चुन लेती है।

बढ़ जाती है मेरी मौत की तारीख खुद ब खुद आगे,
जब भी कोई तेरी सलामती की खबर ले आता है।

ये दुनिया बाबुल का घर हैं,
और वो दुनिया ससुराल।

तुझे भूलने के लिए मुझे सिर्फ़ एक पल चाहिए,
वो पल। जिसे लोग अक्सर मौत कहते हैं।

वो कर नहीं रहे थे मेरी बात का यकीन,
फिर यूँ हुआ के मर के दिखाना पड़ा मुझे।

अब तो घबरा के ये कहते हैं कि मर जायेंगे,
मर के भी चैन न पाया तो किधर जायेंगे।

न उड़ाओ यूं ठोकरों से मेरी खाके-कब्र ज़ालिम,
यही एक रह गई है मेरे प्यार की निशानी।

ज़िंदगी है अपने क़ब्ज़े में न अपने बस में मौत,
आदमी मजबूर है और किस क़दर मजबूर है।

जनाजा रोक कर मेरा वो इस अंदाज से बोले,
गली हमने कही थी तुम तो दुनिया छोड़े जाते हो।

पलकें खुली सुबह तो ये जाना हमने,
मौत ने आज फिर हमें ज़िन्दगी के हवाले कर दिया।

वो कर नहीं रहे थे मेरी बात का यकीन,
फिर यूँ हुआ के मर के दिखाना पड़ा मुझे।

बहाने मौत के तो तमाम नज़र आते हैं,
जीने की वजह तेरे सिवा कुछ नही भी।

तुम भी समझ जाओगे अंजाम-ए-मौहब्बत ऐ दोस्त,
मौत किस्तो मे जब आती है तो बहुत दर्द होता है।

death sad shayari in hindi

कितने आए कितने चले गए,
ये मौत का खेल आजतक नहीं रुका।

मौत मेरा कुछ बिगाड़ नहीं पाती,
मेरी मां के दुआओं का असर ही कुछ ऐसा है।

ज्यादा चलती है तो थक जाती है,
इल्ताजा मेरी बस इतनी से है ,
मेरी कब्र उसके घर के कहीं पास बनाना।

किसी ने क़ब्र खोदी तो किसी ने राख कुरेदी,
बाद मेरी मौत के, मातम से ज्यादा तमाशा हुआ.!!

मौत से डरने की फितरत में नही हम,
इश्क में हमने कई झोकिम उठाए हैं।

मौत बेवफा कहा होती हैं,
वो तो अपने वक्त पे आती हैं।

कफन उठा कर मेरा चेहरा देखती है,
पागल, मेरे बाद भी मुझसे कितना प्यार करती हैं।

जिंदा रहना है तो खुद पे भरोसा रखिए,
उधर की सास से धड़कन नही चला करती।

मोहब्बत से मौत भी मंजूर हैं,
पर धोखे से कि गई दोस्ती भी नागवार हैं मुझे।

मौत आने में वक्त लगती है,
पर जब भी आती है,
ये अलविदा कहने का मौका भी नहीं देती।

मौत एक सच का नाम है,
पर जिंदगी जीना भी हमारा काम है।

जिंदा रहते मेरे प्यार की कद्र न हुई,
बाद मरने के, मेरे वफाई के किस्से मसूर हो गए।

मौत ने चुपके से ना जाने क्या कहा?
और जिंदगी खामोश हो कर रह गयी।

आई होगी किसी को हिज्र में मौत
मुझ को तो नींद भी नहीं आती।

माँ की आग़ोश में कल मौत की आग़ोश में आज
हम को दुनिया में ये दो वक़्त सुहाने से मिले।

दर्द गूंज रहा है दिल में शहनाई की तरह,
जिस्म से मौत की ये सगाई तो नहीं,
अब अंधेरा मिटेगा कैसे..
तुम बोलो, तूने मेरे घर में शम्मा जलाई तो नहीं!!💔

गुजरे है ज़माने, कोई मिलने नही आया,
कब्र पे फूल आज हजार पड़े है।😭

maa death shayari

जितने भी हों सब गम भूल जाता था
जब मैं आपनी मां के सीने से लग जाता था।

तेरे साथ गुजरे लम्हे ही तो
अब मेरे जीने का सहारा है
तुझे क्या बताएं माँ
तेरी यादों का हमें हर हिस्सा प्यारा है।

जिसका तारा था वो आंखें सो गई हैं
अब कहां करता है मुझ पर नाज कोई।

सब सोचते हैं कि मैंने अपनी मां को खोया है
पर उन्हें क्या पता मैंने अपनी मां के साथ-साथ
एक सच्ची दोस्त को भी खोया है।

आज धूप का एहसास हो रहा है
हमेशा छाव में रखने वाले सिर के
ऊपर मां के हाथ जो नहीं रहे।

फरियाद कर रही है यह तरसती हुई निगाह
देखे हुए मां को जमाना गुजर गया

जानती हूं मां तू मुझे देख रही होगी
पर दुख की बात ये है कि मैं तुझे अब नहीं देख सकता।

नींद भी भला इन आंखों में कहां आता है
एक अर्से से मैंने अपनी मां को नहीं देखा

लोग कहते हैं कि किसी एक के जाने से जिंदगी रुक नहीं जाती
लेकिन ये कोई नहीं जानता कि लाखों मिल जाने से भी
उस ‘मां’ की कमी पूरी नहीं हो सकती

मां पहले आंसू निकलते थे तो तुम याद आती थी
आज तुम याद आती हो और आंसू निकलते हैं।

रास्ते पर चलना सिखाने से लेकर मुझे सही रास्ता
दिखाने तक हर दफा बस तुमने ही मेरा साथ दिया था माँ

मां की एक झलक के लिए मैं
हमेशा तरसता रहता हूँ, रोना चाहता हूं
मगर तू ऊपर से देखती होगी बस
इसी वजह से हस्ता रहता हूं।

भूख तो एक रोटी से भी मिट जाती मां
अगर थाली की वो एक रोटी तेरे हाथ की होती

मैंने कल शब चाहतों की सब किताबें फाड़ दी
सिर्फ एक कागज़ पर लफ्ज़-ऐ-माँ रहने दिया
मां तुम बहुत याद आती हो!

papa death shayari

आपने जीवन का जरूरी ज्ञान दिया,
हमेशा मेरे फैसलों का सम्मान किया,
कभी मुसीबत में अकेला नहीं छोड़ा,
जीवन के हर मोड़ पर मेरा साथ दिया,
फिर क्यों अब हमेशा के लिए हाथ छुड़ा लिया।

आपके जैसा कोई प्यार नहीं करेगा,
आप जैसा मेरे लिए कोई नहीं लडे़गा,
जब आप थे तब मैं बहुत खुश थी,
आपके बिना ये जीवन खुशी से नहीं कटेगा।

पिता की याद आती है,
तो उनकी तस्वीर देख लेता हूं,
छोड़कर तो चले गए हैं,
फिर भी उन्हें अपने पास महसूस कर लेता हूं।

पिता का प्यार मेरे साथ है,
न होकर भी पिता मेरे पास है,
आपके होने का मुझे एहसास है,
तभी तो जिंदगी खुशहाल है।

बचपन में गोदी में खिलाया,
सीने में सिर रखकर सुलाया,
आपके जाने के बाद हर दिन,
आपकी यादों ने मुझे रुलाया।

काम करने का मन नहीं करता,
किसी भी काम में मन नहीं लगता,
जब से आप दूर गए हो पापा,
तब से जीना आसान नहीं लगता।

आपके साथ खुलकर हंसता था,
मैं अपने मन की करता था,
कभी-कभी आपसे लड़ता था,
पर पापा मैं आपकी परवाह करता था।

आपके जैसा कोई प्यार नहीं करता,
आपके जैसा मेरे लिए कोई नहीं लड़ता,
अब आप नहीं हो मेरे पास,
इसलिए अक्सर मेरा जी है डरता।

मेरी सफलता आपकी वजह से है,
मेरी कामयाबी आपकी वजह से है,
मेरी इस कामयाबी का क्या मतलब,
जब आप मेरे जीवन में नहीं हैं।

आपकी याद में ही दिन बीतता है,
आपसे ही तो दिन शुरू होता है,
जब आपकी याद सताने लगती है,
तब मेरी ये आंखें जी भरकर रोती हैं।

sad death shayari hindi

मेरे मरने से पहले ये दिल निकल लेना,
ये उसकी है अमानत कहीं साथ जल न जाएं।💔😭

सारी खुशियां बेच के जो कीमत मिली,
उससे हमने मौत खरीद ली।💔💔

बिछड़ा कुछ इस अदा से कि
रुत ही बदल गयी,
इक शख़्स सारे शहर को
वीरान सा कर गया है।😭

जनाब ये इंसानों की बस्ती है,
यहां जिंदगी महंगी और मौत सस्ती हैं।💔

जान लेनी हैं तो एक बार में ले लो,
यूं बार बार नजरो से घायल ना किया करो।

आंखे खुली सुबह तो ये एहसास हुआ,
की मौत ने आज फिर हमें धोका दे दिया।

ए मौत तू मुझे अपने पास रख ले
इस बेरहम दुनिया से थक गया हूं लड़ते लड़ते।

तेरे साथ जीने के लिए ,हर रोज मरते है हम
तुझे क्या पता तेरे लिए क्या क्या करते हैं हम।

मौत की सबसे अच्छी बात यहीं लगती है मुझे,
की वो कभी धोका नही दिया करती।

बाद मेरे मरने के खबर कर देना उसे,
सुना है बहुत नाज हैं उसे अपने आशिकों पे।

मौत एक ऐसी कला है
जिसे सीखना नही पड़ता।

मेरी और उसकी मोहब्बत ,
जिंदगी और मौत जैसी हैं,
दोनो कभी मिल नही सकते पर,
दोनो के बिना कहानी अधूरी है।

पैसे की दुनिया है ये पैसे पे मरती है,
और भूल जाती है कभी कभी की,
कफन की कोई कीमत नहीं हुआ करती हैं।

बंद हो गईं हैं ये आंखे रोते रोते,
जिन्हे तुम कभी ना रुलाने की
कसमें खाया करते थे।

ये कैसी मौत दी है ये खुदा,
मेरी मोहब्बत मेरी कब्र पर
फूल चढ़ाने भी आती हैं तो
अपनी मोहब्बत के साथ ।

चला जाऊंगा तुम्हारी जिंदगी से
किसी को खबर तक न होगी,
बस एक बार कह दो कि
तुम्हे मुझसे मोहब्बत हैं।

shayari for death

मेरी हर थकान मां की सूरत देखकर उतर जाती थी
अब न थकान उतरती है न सुकून मिलता है।

ये ऐसा कर्ज है जो मैं कभी अदा नहीं कर सकता
मैं सब तक घर नहीं लौटता था
मां मेरी सजदे में रहती थी
तुम क्यों चली गई मां!

जिन्दगी तो मेरी कट रही है आपके बाद भी
मगर आप के बिन जीने में वो बात नहीं मां!

जब भी दिल में सच्चे प्यार का एहसास आता है
मां तेरी कसम मुझे बस तेरा प्यार याद आता है।

दीदार ए हुस्न हो जाएं
फिर चाहे मौत आ जाएं हमें,
जो हमें वो न मिली जिंदगी में
फिर जी के क्या करना हैं हमें।

तुम थी तो जिंदगी करीब थी मेरे
अब जब तुम दूर हो तो,
मौत बहुत पास लगती हैं।

तुम्हारे जाने के बाद
बहुतों से दोस्ती हो गई है मेरी,
दुख ,दर्द, मौत सब यार हैं मेरे।

प्यार में दुनिया भुलाए बैठे है
यादों के दिये जलाए बैठे है,
कोई पूछता है तो कहते है ठीक है हम
किस किस को बताए ,दर्द दिल में छुपाए बैठे है।

मेरे मौत की अफवाह क्या उड़ी,
सारे कर्जदार मायूस हो गए।

मौत हमें क्या हराएगी,
हम तो मोहब्बत के हारे है।

खाक में मिलने से पहले,
अपनी मोहब्बत को खाक होते देखा है।

फूल मरने के डर से खिलना नही छोड़ता,
तो हम मरने के डर से जीना कैसे छोड़ दे।

दफना के गए ऐसे की पलट के फिर न आए,
सास निकलने वाली थी, कुछ देर और ठहर गए होते।

कैसे आ सकती है ऐसी दिल-नशीं दुनिया को मौत
कौन कहता है कि ये सब कुछ फ़ना हो जाएगा।

दिल में दर्द सा होता है
आँखें ये भर-भर जाती हैं,
माँ तेरे साथ बिताये पलों की
यादें जब मुड़-मुड़ आती हैं।

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